
ऋषिकेश। आज लोग ऑनलाइन वह बड़े बड़े मॉल में जाकर खरीदारी करना पसंद करने लगे हैं, ऑनलाइन खरीदारी करने में लोगों की रुचि बढ़ने से छोटे दुकानदारों के कारोबार प्रभावित हो रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनियां भारी छूट देकर ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं जबकि छोटे दुकानदार छूट नहीं दे पाते, दूसरा कारण है कि लोगों को घर बैठे ही सामान उपलब्ध हो जाता है। कोरोना के बाद से तो लोगों को ऑनलाइन और बड़े-बड़े मॉल में खरीदारी करना ही पसंद है। लोगो ने दुकानों पर जैसे जाना ही बंद कर दिया है। लोगों के ऑनलाइन व मॉल में खरीदारी से प्रभावित हो रहे छोटे दुकानदारों पर चिंता व्यक्त करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी व भाजपा महिला मोर्चा हल्द्वानी की नगर महामंत्री, कात्यायनी फाउंडेशन की अध्यक्ष आशा शुक्ला ने बड़े-बड़े मॉल से खरीदारी करने वालों से अपील करते हुए कहा कि मॉल से खरीदारी करने की बजाय लोग छोटे छोटे व्यापारी से खरीदारी करेंगे तो व्यापारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। छोटे दुकानदारों से कोई सामान खरीदते समय ग्राहक थोड़े बहुत पैसे भी कम करवा लेता है और दुकानदार कम भी कर देता है लेकिन मॉल ऑनलाइन खरीदारी में रेट फिक्स होता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल से आई मंदी से अभी तक दुकानदार उभर नहीं पा रहा है उसका एक कारण लोगो का बड़े मॉल या ऑनलाइन खरीदारी करना भी है। उन्होंने कहा कि आजकल हर छोटा बड़ा व्यापारी अपने-अपने धंधे में मंदी से परेशान हैं। बाजारों में रौनक कम दिखाई दे रही है। मंदी के प्रमुख कारणों में व्यापार का ऑनलाइन होना है। हर कोई युवा आज ऑनलाइन शॉपिग कर रहा है। कुछ भी खरीदने के लिए वे अपना मोबाइल इस्तेमाल कर रहे हैं। बेशक उसमें कोई खरीदने की समझ ना हो पर फटाफट ऑर्डर कर देते हैं। इससे दुकानदारों को मंदी का सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन शॉपिग में जो चीज बाहर से देखने को मिलती है कई बार वो होती ही नही, केवल डिजाइन ही देखने को मिलता है। मजेदार बात यह है कि ऑनलाइन में पेमेंट अगर पहले कर दें तो सामान गलत भी भेज देते हैं। और बाद में खरीदार को पछताना पड़ता है। ऑनलाइन शॉपिंग में सेल के झांसा में आकर बहुत समझदारी से ऑनलाइन शॉपिग करने पर भी धोखा मिल जाता है। दुकानदारों से सामान खरीदने पर इन परेशानियों का सामना नही करना पड़ता। उन्होंने बताया कि व्यापारियों का कहना है ऑनलाइन शॉपिग ने धंधा चौपट कर रखा है। उन्होंने लोगो से अपील की लोग बाजारों में आएं, बाजारों की रौनक को बढ़ाएं, बाजार में सामान खरीदने में डुप्लीकेसी नहीं मिलती। अगर मिलेगी तो इसका पता चल जाता है। इसलिए लोग खरीदारी के लिये बाजार आये और बाजार में छाई आर्थिक मंदी को दूर करने में सहयोग करें।