धीरज शर्मा।हरिद्वार कॉरिडोर मामले में कांग्रेस का विशाल मशाल जुलूस फ्लॉप साबित हुआ। महानगर कांग्रेस गुट के नेताओं का दावा कि हरिद्वार कॉरिडोर मसले पर होने वाले विरोध प्रदर्शन में हजारों की भीड़ जुटेगी लेकिन जुलूस में प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा की मौजूदगी भी कांग्रेसियों की सम्मानजनक भीड़ नहीं जुटा पाई। अलबत्ता निकाय चुनाव में टिकट की दावेदारी करने वाले कांग्रेसी जरूर नजर आए।कांग्रेसी कॉरिडोर मामले पर जनता का विश्वास जुटाने में नाकामयाब रहे।जबकि हरिद्वार कॉरिडोर मसला हरिद्वार के लिए ज्वलंत मुद्दा होने के साथ ही कांग्रेस के लिए संजीवनी भी साबित हो सकता है।यही नहीं स्थानीय व्यापारी भी कांग्रेस को लेकर उत्साहित नहीं हैं।इससे प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भी बार बार हरिद्वार में मायूसी का सामना करना पड़ता रहा है। हरिद्वार कॉरिडोर मामले पर कांग्रेस भाजपा से लड़ने से पहले कांग्रेस को एकजुटता दिखानी होगी। महानगर अध्यक्ष अगर ऐसे ही कांग्रेसी नेता के इशारों पर चलते रहे जिनका अपना कोई जनाधार ही नहीं है तो ऐसे में कांग्रेसी एकजुट हो पाएंगे इसकी उम्मीद करना बेमानी होगा।छह विधायक होने के बाद भी पंचायत चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में भी मुंह की खानी पड़ी। कांग्रेस के विधायकों और कार्यकर्ताओं में भी खींचतान दिखाई पड़ती है। गुटबाजी के कारण कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता जा रहा है। इस गुटबाजी को खत्म करने में करण माहरा बार बार नाकाम साबित हो रहे हैं। वही राष्ट्रीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने प्रेस को जारी बयान में कॉरिडोर और पॉड टैक्सी पर कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कांग्रेस के मशाल जुलूस को मात्र एक राजनीतिक नौटंकी बताया। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री हमारी हर बात को ध्यानपूर्वक सुन रहे है और सभी मसलों का हल निकालते हैं। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर और पॉड टैक्सी पर भी मुख्यमंत्री ने व्यापारियों के हिसाब से ही निर्णय लेने की बात कही है। और व्यापारी जब-जब सड़कों पर उतरे हैं तो भाजपा व्यापारियों के साथ रही है।
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December 23, 2024
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