
धीरज शर्मा।हरिद्वार अर्ध कुंभ 2027 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।इसी कड़ी में मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए एक सप्ताह के भीतर नोडल अफसर नामित किए जाने के निर्देश दिए हैं। अर्ध कुंभ के लिए जरूरी पदों के सृजन की कार्रवाई भी पूर्ण करने के लिए कहा गया है। हरिद्वार में अर्ध कुंभ 2027 की तैयारी को लेकर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने समीक्षा बैठक की इस दौरान विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों को नामित किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं उत्तराखंड के हरिद्वार में 2027 में अर्ध कुंभ का आयोजन होना है। ऐसे में विभिन्न विभागों को योजनाओं और प्रस्ताव को तैयार करने के लिए कहा गया है।जिलाधिकारी हरिद्वार को इस संदर्भ में जरूरी तैयारियां को पूरा करने के निर्देश देने के साथ ही संबंधित विभागों के साथ जल्द बैठक आयोजित किए जाने के लिए कहा गया है।आगामी अर्ध कुंभ 2027 के लिए अगले एक सप्ताह के भीतर विभिन्न कार्यकारी विभागों के नोडल अधिकारी नामित किए जाएंगे।इसके अलावा जरूरी पदों के सृजन की कार्रवाई भी सप्ताह भर में पूर्ण कर ली जाएगी। मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने इसके लिए अधिकारियों को एक हफ्ते का अल्टीमेट दिया है।मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि विभिन्न समितियों और उप समितियों का भी गठन इसी एक सप्ताह में कर लिया जाए।30 अप्रैल तक विभिन्न प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। कुंभ के दौरान सबसे जरूरी क्राउड मैनेजमेंट और ट्रैफिक मैनेजमेंट होता है. ऐसे में समीक्षा बैठक में इन बातों पर भी चर्चा की गई है. जाहिर है कि कुंभ के विशेष दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है और इस हालत में क्राउड मैनेजमेंट पर काम होना जरूरी होता है।ऐसी स्थिति को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या का सटीक आकलन कर ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था के लिए अभी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने हरिद्वार क्षेत्र को कुंभ मेला, कांवड़ यात्रा और दूसरे धार्मिक आयोजनों के लिए महत्वपूर्ण बताया, जिसको देखते हुए यहां मूलभूत ढांचे को मजबूत करने की भी जरूरत महसूस की गई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कुंभ क्षेत्र सहित दूसरे जरूरी स्थानों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कुंभ 2027 के लिए जरूरी कामों की सूची भी तैयार करने के लिए कहा है, ताकि इन कामों को प्राथमिकता में रखते हुए समय से पूर्ण कर लिया जाए। आपको बताते चलें कि महाकुंभ की तरह अर्ध कुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी है।हरिद्वार अर्ध कुंभ में पहली बार अखाड़ों की पेशवाई निकलेगी के साथ ही पूरी दुनिया के सनातनियों को अर्ध कुंभ के लिए निमंत्रण दिया जाएगा।कुंभ मेला क्षेत्र बढ़ाया जा सकने के साथ ही हरिद्वार में गंगा किनारे घाटों की संख्या बढ़ाई जाएगी।