सिद्धार्थ त्रिपाठी (हरिद्वार)। मंगलौर क्षेत्र में बुधवार को भा.कि.यू. (टिकैत गुट) ने मंगलाैर बिजलीघर का घेराव किया। किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए ऊर्जा निगम पर मनमानी करने का आरोप लगाया।
किसानों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को बीच में बैठा लिया और मांग उठाई कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती है, तब तक किसी भी अधिकारी को नहीं जाने दिया जाएगा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द शिविर लगाकर किसानों की समस्याओं का हल किया जाएगा।
बुधवार को10 दिसंबर को हुई विजिलेंस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, भा.कि.यू. (टिकैत गुट )के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए बिजलीघर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि 10 दिसंबर को विजिलेंस टीम एवं ऊर्जा निगम ने यहां पर जबरदस्त तांडव मचाया है। लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं।पी.ए.सी. ने ग्रामीणों और महिलाओं पर लाठियां बरसाई हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को बदनाम करने के लिए लगातार इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। किसान की हालत खराब है। किसानों को मुफ्त में बिजली दी जाए।
इसी बीच अधिशासी अभियंता रुड़की अनिल कुमार मिश्रा, प्रभारी ई.ई. गुलशन बुलानी, अनुभव सैनी आदि के मौके पर पहुंचने पर किसानों ने सभी को बीच में बैठा लिया और एलान किया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती है, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों ने मांग उठाई कि जिनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उनको तत्काल वापस लिया जाए। इस पर अधिशासी अभियंता ने आश्वासन दिया कि जल्द ही मंगलौर में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं को हल किया जाएगा। इस मौके पर भा.कि.यू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, सुक्रमपाल, रामपाल सिंह, संजीव कुमार, तेजपाल सिंह, विरेन्द्र, अजय कुमार आदि