
सिद्धार्थ त्रिपाठी। ऊधमसिंहनगर जिले के जसपुर में जंगल से अवैध रूप से लकड़ी काटकर ले जा रहे आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी छह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लकड़ी लेकर जा रहे थे। लकड़ी कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई जा रही है। आरोपियों में पांच यू.पी. और तीन ऊधमसिंह नगर के रहने वाले हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बुधवार देर रात को पुलिस पतरामपुर फ्लाईओवर के अंडरपास के पास चेकिंग कर रही थी। इसी बीच पतरामपुर की ओर से लकड़ियों से भरी छह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को पुलिस ने रोका। ट्रॉलियों में असगर अली पुत्र शाकिर अली, रिजवान पुत्र अकबर अली और अकबर अली पुत्र शाकिर अली निवासी अलीनगर उत्तरी, मोहित कुमार पुत्र पप्पू सिह निवासी रुस्तमनगर सराय की मंडी थाना स्वार रामपुर, साहिल पुत्र शकील निवासी हाजी नगला टिगरी, थाना डिलारी (मुरादाबाद), रईस पुत्र कल्लन निवासी केशोवाला, अशोक सिंह पुत्र लक्ष्मण सिह निवासी
हरिपुरा हरसान बाजपुर, बूटा सिंह पुत्र मोहन सिह निवासी पिस्तौरा थाना कुंडा सवार थे। इनमें रईस अहमद और बूटा सिंह ठेकेदार बताए गए । पुलिस ने ठेकेदारों से लकड़ियों के कागजात दिखाने को कहा तो टालमटोल करने लगे। शक होने पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को कब्जे में ले लिया। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में अवैध कच्ची, पक्की लकड़ी के गिल्टे भरे थे। जिन्हें पतरामपुर के जंगल से जलौनी लकड़ी के नाम पर काटा गया था।
कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने बताया कि वन कर्मियों की मिली भगत से हरे भरे बड़े एवं छोटे पेड़ों को काटा गया था। आरोपी लकड़ी बेचने के लिए स्वार रामपुर ले जा रहे थे। मामले में वनअधिनियम व पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।