
धीरज शर्मा।सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में सुबह से ही श्रद्धाुलओं की भारी भीड़ उमड़ी है। गंगा के सभी घाट खचाखच भरे हुए हैं। सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व सनातन धर्म में पुण्यदायी और जीवनदायी मानी जाती है।धर्मनगरी हरिद्वार में सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। भीषण ठंड के बावजूद श्रद्धालु गंगा में आस्था की ङुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहें हैं।गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु आये हैं। मान्यता है कि इस अवसर पर गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं। मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।सैकड़ों अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।इस अवसर पर पितरों के निमित पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है।वैसे तो सभी अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व है, मगर सोमयुता अर्थात सोमवती अथवा भोमयुता अथार्त भौमवती अमावस्या विशेष पुण्यदायी होती है। इसके पुण्य का इसी बात से पता लगा सकते हैं कि इस सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में स्वयं भीष्म पितामह ने अपनी शरशैया पर पड़े रहते हुए इंतजार किया था। इस दिन गंगा आदि पवित्र नदियों में हरिद्वार आदि तीर्थों में आज के दिन स्नान का अत्यधिक महत्व है। आज हर की पैड़ी पर स्थित ब्रह्मकुंड पर स्नान करके व्यक्ति अपने जीवन को कल्पकल्पान्तर तक के पाप नष्ट करके व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त कर लेता है।आज जो दान करेंगे, जो पुण्य करेंगे वो अक्षय है।सोमवती अमावस्या व्यक्ति की पुण्यदायी और जीवनदायी है। इस मौके पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में बांट कर अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।सोमवती अमावस्या स्नान को लेकर पूरे मेला क्षेत्र को 14 जोन और 39 सेक्टरों में विभाजित कर दिया गया है।एसपी सिटी पंकज गैरोला को नोडल अधिकारी बनाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने अधिकारियों के साथ हरकी पैड़ी सहित पूरे मेला क्षेत्र का जायजा लिया।