
धीरज शर्मा हरिद्वार। श्री महाकालेश्वर महादेव मंदिर प्रज्ञाकुंज जगजीतपुर कनखल में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर वार्षिकोत्सव सम्पन्न हुआ। यह आयोजन श्री गणेश गायत्री परिवार ट्रस्ट प्रज्ञाकुंज के तत्वावधान में किया गया।
प्रातःकाल से ही विशेष महारुद्राभिषेक पूजन आरम्भ हो गया, तत्पश्चात जलाभिषेक का क्रम चलता रहा। दोपहर ११.३० बजे से लगातार जलाभिषेक तथा प्रसाद वितरण का क्रम निरंतर जारी रहा। इसी क्रम में महामृत्युंजय महायज्ञ भी सम्पन्न हुआ।
श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि पर्व का महत्व बतलाते हुए आश्रम के संस्थापक जितेन्द्र रघुवंशी ने बताया कि वेदों में प्रसिद्ध त्रिदेवों में सबसे ख्याति प्राप्त संहार के देवता “शिव” रात्रियों से जुड़े दो पर्व विशेष आध्यात्मिक पुलकन पैदा करते हैं – एक नवरात्रि जो शिव की अर्धांगिनी भवानी के विशेष पूजन के लिए सुप्रसिद्ध है, दूसरा शिवरात्रि जो शिव की आराधना से मनोवांछित फल प्रदायक है।
शिव का अर्थ है “शुभ”, शंकर का अर्थ है “कल्याणकारी”।” “शिवो भूत्वा शिवं यजेत ” अर्थात शिव बनकर ही शिव की पूजा करें। यजुर्वेद १६.१ शिव के प्रलयंकारी स्वरूप की स्तुति की गई है – ॐ नमस्ते रुद्र मन्यवsउतो तs इषवे नमः बाहुभ्यामुत ते नमः अर्थात शिव दुष्टों को रुलाने वाले रुद्र तथा सृष्टि का संतुलन बनाने वाले संहारक शंकर हैं।
पावन महाशिवरात्रि पर्व पर शिव के कल्याणकारी तथा संहारक दोनों स्वरूपों की आराधना का विधान है। भोलेनाथ! हमारे अंदर की बुराइयों तथा व्यसनों का संहार करके हमें परम पवित्र बनायें ताकि हम समाज के लिए कल्याणकारी बन सकें।
दोपहर १२ बजे से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजेन्द्र बहादुर सिंह जी की १६ वीं पुण्यतिथि पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के पदाधिकारियों तथा सदस्यों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि समर्पित की गईं। इसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार अध्यक्ष श्री देशबन्धु कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी, राज कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार चौहान, सुभाष चौहान, रमेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, अमित कुमार तथा श्रीमती राजकुमारी सैनी के अतिरिक्त नरेन्द्र कुमार चौहान एवं राम बाबू कुशवाहा ने भी श्रद्धांजलि समर्पित किया।
इसके पूर्व महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर १००८ दीपक जलाकर दीप ज्योति महायज्ञ सम्पन्न हुआ।