
धीरज शर्मा।उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के करीब वाली इस सीट राजनीति में महत्वपूर्ण है।तीर्थनगरी हरिद्वार लोकसभा सीट से वर्तमान में सांसद भाजपा के डॉ.रमेश पोखरियाल हैं।इस सीट पर हमेशा से जातिय समीकरण और हिंदुत्व हावी रहा है। यही कारण है कि लोकसभा के 11 चुनावों में सबसे ज्यादा पांच बार इस सीट पर भाजपा जीती है।पिछले कुछ समय से इस सीट पर पहाड़ी बनाम मैदानी का मुद्दा गरमाया है।यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर विधानसभा ऋषिकेश, डोईवाला-भानियावाला, रुड़की पथरी विस्थापित में पहाड़ी वोटर का अपना दबदबा है, जो कहीं ना कहीं चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं।1977 में पहली बार अस्तित्व में आई इस सीट पर भारतीय लोक दल के भगवान रामदास राठौड़ को इस सीट पर जीत हासिल हुई थी। आपको बताते चलें कि हरिद्वार लोकसभा सीट में प्रदेश की 14 विधानसभा की सीटें हैं। इनमें 11 हरिद्वार जिले में तथा 3 देहरादून जिले की सीटें हैं।लोकसभा के अनुसार इस सीट का 60% भूभाग ग्रामीण है और 40% शहरी क्षेत्र है. इस सीट के शहरी भूभाग पर अनुसूचित जनजाती और अनुसूचित जाति का वर्चस्व रहता है।यहां पर 0.44 फीसदी अनुसूचित जनजाती तथा 19.23 प्रतिशत अनुसूचित जाति का मतदाता है।प्रदेश में सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग का वोटर भी इसी लोकसभा सीट पर रहता है। अगर बात मुस्लिम वोट की करें तो यहां मुस्लिम वोटर की अच्छी खासी संख्या है।इस लोकसभा सीट पर 25 फिसदी मुस्लिम वोटर का दबदबा रहता है।भारतीय जनता पार्टी ने देश भर की 195 लोकसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है।उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव समिति ने नाम का ऐलान किया है। दो लोकसभा सीटों पर चुनाव समिति ने नाम तय नहीं किए हैं।माना जा रहा है कि मौजूदा सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल का टिकट कट सकता है।