
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने मांगों को लेकर एक बैठक आयोजित की जिसमें कर्मचारियों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उनकी मांगों पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। बार बार कहने के बावजूद उनकी समस्या का निस्तारण नही किया जा रहा है। कर्मचारियों की समस्या जैसे आवासों में कई वर्षों से रंगाई पुताई मरम्मत का कार्य नहीं किया गया है।, मेला चिकित्सालय परिसर में बंदरोंऔर कुत्तों का आतंक है कभी कोई हादसा हो सकता है जिसके लिए आवासीय परिसर से इनको पकड़ा जाए और जो आवारा कुत्तों के द्वारा गंदगी मेला परिसर में फैलाई जा रही है उसको साफ कराई जाए। कर्मचारियों के आवासों की सीवर लाइन जो जिला क्षय रोग केंद्र के पीछे है वो क्षति ग्रस्त हो गई है जिससे कि कर्मचारियों के आवासों में सीवर का गंदा पानी जमा हो जाता है और घर में दुर्गंध फैलती है जिससे कर्मचारियों के परिवार में संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए,
मेला चिकित्सालय परिसर में साफ सफाई हेतु एक कर्मचारी रखा जाए, कर्मचारियों की वर्दी, ए सी पी नहीं लगी है जिसके लिए पत्र लिखा जा चुका है किंतु अभी तक मांग का निस्तारण नहीं हुआ है।
संघ द्वारा निर्णय लिया गया कि जल्द ही समस्या का निस्तारण किया जाए जाएगा नही तो कर्मचारियों को आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा जिसका उत्तरदायित्व चिकित्सा स्वास्थ्य प्रशासन का होगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा संरक्षक सोम प्रकाश, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार, जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि कर्मचारियों की सभी मांगों का निस्तारण किया जाना अति आवश्यक है। समस्याओं को जानबूझकर अनदेखा करना चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को भारी पड़ सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार एवं अन्य अधिकारी संगठन को आंदोलन करने पर मजबूर ना करें।
बैठक में दिनेश लखेड़ा, सोम प्रकाश, मूल चंद चौधरी, महेश कुमार,राकेश भंवर, शीशपाल, विक्रम राणा,सुरेश, वर्णिक चौधरी, कामेंद्र सिंह, रूपेश, रायसिंह, निशा, मुन्नी इत्यादि शामिल थे।