भारत के सुरक्षाबल बेसब्री से अपने नए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। जनरल रावत के निधन के एक महीने बाद भी केंद्र सरकार नए सीडीएस को लेकर फैसला नहीं कर पाई है। हालांकि, इस खोज के बीच सरकार थलसेना में नियुक्तियों को जारी रख रही है। इसी कड़ी में केंद्र ने पूर्वी सेना की कमान संभाल रहे लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को देश का अगला उप सेना प्रमुख बनाने का फैसला किया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि जनरल पांडे के इस पद पर नियुक्ति के प्रस्ताव को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। इसी के साथ जनरल पांडे उप सेना प्रमुख के तौर पर एक फरवरी से लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती की जगह लेंगे। जनरल मोहंती 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जनरल पांडे को दिसंबर 1982 में कोर आफ इंजीनियर्स (द बॉम्बे सैपर्स) में नियुक्ति मिली थी। वे स्टाफ कालेज, केंबरली (ब्रिटेन) से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने आर्मी वॉर कालेज महू और दिल्ली में नेशनल डिफेंस कालेज (एनडीसी) में हायर कमांड कोर्स में हिस्सा लिया। देश के लिए अपनी 37 वर्षों की विशिष्ट सेवा के दौरान पांडे ने आपरेशन विजय और आपरेशन पराक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया है। ले. जनरल पांडे ने 1 जून को पूर्वी सेना कमान के नए कमांडर (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) के रूप में कार्यभार संभाला था। यह कमान पूर्वोत्तर राज्यों सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश क्षेत्रों में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे पूर्वी कमान के प्रमुख बनने से पहले अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ थे।