
धीरज शर्मा हरिद्वार।उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के बाद मतगणना से पूर्व राजनीतिक दलों के नेताओं की दिल्ली दौड़ एक बार फिर शुरू हो गई है। जहां भाजपा के कई वरिष्ठ नेता एक फेरा दिल्ली का लगा चुके हैं, वही कुछ दिग्गज दिल्ली में मौजूद हैं तो कुछ जाने की तैयारी में हैं। प्रदेश नेताओं की दिल्ली दौड़ को आगामी विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद बनने वाली स्थितियों पर पहले से तैयारी के रूप में देखा जा सकता है ।जैसा सब जानते है कि प्रदेश की राजनीति में चाहे वह भाजपा हो या कांग्रेस पार्टी बगैर दिल्ली के कुछ नही हो सकता ऐसे में पार्टियां चुनाव परिणामों से पहले हर स्थिति की आगामी रणनीति तैयार कर लेना चाहती हैं। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली दौड़ इसी का एक हिस्सा है। वहीं अब कांग्रेस के नेता दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पिछले दो दिनों से दिल्ली में हैं तो नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। दोनों नेताओं की दिल्ली सक्रियता को लेकर तमाम तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर दोनों ही नेताओं को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है
सात मार्च को प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी दिल्ली रवाना हो जाएंगे। हालांकि पूछने पर तीनों दिग्गजों ने इसे सामान्य दौरा बताया।अपने दिल्ली दौरे पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हम दिल्ली आते-जाते रहे हैं। इसमें कुछ खास नहीं है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने एकजुट होकर मजबूती के साथ चुनाव लड़ा। जबकि भाजपा से स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि चुनाव परिणामों से पहले ही सिर फुटव्वल की स्थिति बन रही है। कहीं से भितरघात की बात सामने आ रही है तो कहीं से आपसी मनमुटाव की बात सामने आ रही है। इससे साफ है कि चुनाव के परिणाम क्या आने वाले हैं। भाजपा बैलेट पेपर वोटों में गड़बड़ी कर चुनाव जितना चाहती है, लेकिन हमने इस पर निर्वाचन आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करा दी है।उत्तराखंड के दिल्ली दौरों के अनेक निहितार्थ निकाले जा रहे है।