
कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोहा
रामेश्वर शर्मा
हरिद्वार। श्री नटराज रामलीला समिति द्वारा नवम दिवस पर दर्शाया गया। कि सूर्पनखा अपने सारे प्रयत्न विफल होने पर अपने भाई रावण के पास गई और जब रावण को इस घटना का विवरण सुनाया तो रावण अपने मामा मारीच के पास गया और फिर मामा मारीच ने मृग का भेष बना कर छल से राम को सीता से दूर किया और फिर रावण ने साधु के भेष बना कर सीता को हर लिया।
जहां रावण के अभिनय में अमरीश प्रजापति(उपाध्यक्ष),राम महेश सैनी,सीता पिंकी कुशवाहा,लक्ष्मण सुमित कुशवाहा, स्वरूपनखा प्रवीण कपिल(वरिष्ट कलाकार),मारीच रमेश सिंह(सह सचिव),माल्यवान राजेंद्र मौर्य(सह सचिव),मेघनाथ एस.पी सेमवाल(लीला प्रबंधक),जटायु शुभम पाल एवं शबरी के अभिनय में कु० इक्षा शुक्ला(रूप सज्जक) ने बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी। राजाओं के अभिनय में कमल सैनी,नागेंद्र चौहान,नितिन पाल,प्रिंस पाल,राहुल कश्यप।
साथ ही समिति से राजकुमार(अध्यक्ष),प्रदीप सैनी(उपाध्यक्ष),उमेश कुमार पाठक(सचिव),अजीत सिंह(कोषाध्यक्ष),अशोक सिंह(सदस्य),अतुल चौहान(लेखा निरीक्षक),विद्या भूषण यादव(मंच निर्देशक),कैलाश भंडारी(दृश्य निर्देशक),श्याम कश्यप(लीला संयोजक),कुलभूषण यादव(भोजन मंत्री),अवधेश सिंह(निर्देशक),सुशील त्रिपाठी(सह निर्देशक),पंकज जैन(सह निर्देशक),हरीश चंद्रा(रूप सज्जक),विमल चंद्रा(वरिष्ट कलाकार),आशुतोष शर्मा(मीडिया प्रभारी),उज्जवल त्रिपाठी(प्रभारी एवं प्रचारक)
कलाकारों में गुरमीत,वंश ठाकुर,अभिषेक सिंह,अनिकेत कुमार,शशि यादव(स्टोर कीपर),विवेक भारद्वाज(स्टोर कीपर) उपस्थित रहे।