धीरज शर्मा
दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले दिवंगत फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र की अस्थियां हरिद्वार में गंगा में विसर्जित की गई। परिवार के साथ हरिद्वार पहुंचे धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल और बॉबी देओल ने विधि विधान के साथ अस्थियां विसर्जित की।इस दौरान उनके साथ अन्य परिजन भी मौजूद रहे। अस्थि विसर्जन का पूरा कार्यक्रम गोपनीय ढंग से किया गया और मीडिया के साथ कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई।
हरिद्वार के श्रवण नाथ नगर में स्थित निजी होटल के घाट पर बुधवार सुबह अस्थियां विसर्जित की गई हैं। अस्थि विसर्जन के लिए उनके बेटे सनी देओल और बॉबी के साथ ही धर्मेंद्र के चारों पौते भी हरिद्वार पहुंचे थे।सुबह दस बजे धर्मेंद्र के पौते करण देओल ने हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड अस्थियां प्रवाहित की। जबकि पूरे परिवार ने पीलीभीत हाउस होटल में ही गंगा स्नान और पूजन किया।तीर्थ पुरोहित पंडित मोतीराम राजाराम गद्दी के तीर्थ पुरोहित राहुल श्रोत्रिय ने अस्थि कर्म कराया। अस्थि विसर्जन के दौरान धर्मेंद्र के परिजन भावुक नजर आए।अस्थियां विसर्जित करने के बाद परिवार एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ।पंडित राहुल श्रोत्रिय ने बताया कि अस्थि विसर्जन के बाद उन्होंने तीर्थ पुरोहितों की बही में अपने नाम भी दर्ज कराए और हस्ताक्षर भी किए।अपनी दस पीढ़ियों के नाम देखकर सभी परिजन आश्चर्यचकित हो गए।सनी देओल ने बताया कि बॉर्डर 2 की शूटिंग के दौरान वो उत्तराखंड आए थे।उस दौरान उन्हें पता होता तो तीर्थ पुरोहितों से मिलने जरूर आते। राहुल श्रोत्रिय ने बताया कि सनी देओल ने उनसे कहा कि बहुत जल्द वो अपने तीर्थ पुरोहितों से संपर्क करेंगे। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे सनी देओल समेत परिवार के बाद दिनभर धर्मेंद्र के अस्थि प्रवाह कार्यक्रम चर्चा का विषय बना रहा। कभी हरकी पैड़ी पर अस्थि कर्म होने की चर्चा चलती रही तो कभी वीआईपी घाट की चर्चा चली।वीआईपी घाट पर दिनभर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा।वीआईपी घाट पर दोपहर को अस्थि विसर्जन को लेकर पुलिस ने व्यवस्था की थी। शाम तक अस्थि विसर्जन के लिए वे वीआइपी घाट नहीं पहुंचे।
आपको बताते चलें कि हिंदी सिनेमा में दर्शकों के दिलों पर दशकों तक राज करने वाले धर्मेंद्र का 24 नवंबर को निधन हुआ था।उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर है और पूरे फिल्म जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति भी है। अपने दमदार अभिनय के कारण उन्हें ‘ही मैन’ कहा जाता है।पंजाब के एक साधारण परिवार से निकलकर मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित होना, उनके संघर्ष की मिसाल है।धर्मेंद्र ने अनगिनत फिल्मों में अभिनय किया जिसने उन्हें सदाबहार स्टार के रूप में अलग पहचान दी।
