**निशुल्क चिकित्सा शिविर में सीमावर्ती गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने करा स्वास्थ्य परीक्षण
हरिद्वार-नजीबाबाद रोड पर श्यामपुर थाना क्षेत्र में सजनपुरपीली गांव में बने श्री ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हाॅस्पिटल में रविवार को विशाल निशुल्क कैंप लगाया गया जिसमे हॉस्पिटल के आस पास के गावों के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। कैंप में सभी लोगो का फ्री चेकअप किया गया और दवाईयां भी निशुल्क वितरित की गई। चिकित्सा शिविर में मां गंगे ब्लड बैंक के सहयोग से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर भी लगाया गया जिसमे लोगो ने भारी संख्या में ब्लड डोनेट किया। इसके साथ जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने थे उनके आयुष्मान कार्ड भी निशुल्क बनाए गए।तथा किसी भी तरह की शारीरिक समस्या होने पर या किसी भी प्रकार के ऑपरेशन के लिए आयुष्मान योजना का लाभ उठाने के लिए जागरूक भी किया गया।
गौरतलब है कि ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल में रविवार को आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में सीमावर्ती 50 से ज्यादा गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने पहुंचकर कर अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया और निशुल्क दवाइयां प्राप्त की। इसके साथ ही रक्तदान शिविर में लोगों ने बढ़ चढ़कर रक्तदान भी किया।
चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करते हुए हास्पिटल के संस्थापक एवं संचालक बाबा बालकदास महाराज ने कहा आमजन को सस्ती दरों पर उच्च स्तरीय इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल की स्थापना की गई है। जिसमें संत समाज के साथ निर्धन लोगों का सस्ती दरों पर इलाज किया जाता है।मरीजों का आयुष्मान कार्ड पर भी निशुल्क इलाज किया जा रहा है। इसके चलते आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इलाज में काफी शोहरत मिल रही है। बाबा बालकदास ने कहा कि
विकास की दृष्टि से पिछड़े हरिद्वार ग्रामीण के लालढांग क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा के अभाव को देखते हुए उच्च स्तरीय हॉस्पिटल की मांग की जा रही थी। इसके चलते उन्होंने हास्पिटल की स्थापना का निर्णय लिया। हास्पिटल की स्थापना के उपरांत उत्तराखंड – यूपी की सीमा से सटे 50 से ज्यादा गांवों के ग्रामीण चिकित्सा लाभ ले रहे हैं। आयुष्मान कार्ड पर निशुल्क इलाज होने से ग्रामीण काफी राहत महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही किफायती दरों पर उच्च स्तरीय इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। बाबा बालकदास ने कहा कि प्रत्येक रविवार को चिकित्सा शिविर का आयोजन कर मरीजों की निःशुल्क जांच के उपरांत दवाइयां भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में गरीबों व संतों को निःशुल्क आपरेशन की सुविधा भी उपलब्ध करायी गई है। अब तक 76 संतों के नेत्र व अन्य दूसरे रोगों के आपरेशन निःशुल्क किए जा चुके हैं। बाबा बालकदास ने कहा कि कोरोना काल में आसपास के ग्रामीणों को भोजन इत्यादि उपलब्ध कराने के साथ सरकार व प्रशासन का भी पूरा सहयोग किया गया। लेकिन शासन-प्रशासन और उत्तराखंड सरकार की ओर से अस्पताल को कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई। उन्होंने नेशनल हाईवे से अस्पताल तक मरीजों के आने-जाने के लिए पक्का सड़क निर्माण कराने की मांग को लेकर शासन प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई।मुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व संबंधित अधिकारियों को कई बार पत्र भी लिखा। लेकिन आज तक सड़क नहीं बन पायी। सड़क नहीं होने से मरीजों, खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसको देखते हुए उन्होंने अब ट्रस्ट के माध्यम से सड़क बनाने का फैसला किया है। इसको लेकर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही सड़क बन जाने से मरीजों को अस्पताल तक आने जाने में सुविधा होगी। इसके अलावा अस्पताल का विस्तारीकरण करते हुए अस्तपाल में बेड की संख्या बढ़ाकर सौ कर दी जाएगी। वर्तमान में अस्पताल में 49 बेड की ही सुविधा है। साथ ही पैरामेडिकल व नर्सिंग कालेज भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ लोग उन पर अनर्गल और झूठे आरोप लगा रहे हैं। लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए उन्होंने एसएसपी को शिकायती पत्र भी दिया है। आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज कराएंगे। कैंप में देवदास महाराज, डॉ रोहित कुमार , बृज बिहारी , विनोद शर्मा, प्रशांत कुमार , सुशांत ,चेतना चौहान, लक्ष्मी रानी, निशु, नीरज,विजेंद्र, सचिन, विकास, डा.संजीव तोमर, संजय गुप्ता, आचार्य जीवन जोशी भी मौजूद रहे।