धीरज शर्मा।पञ्च दिवसीय दीपावली पर्व शुरू होने के साथ ही गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में कपाटबंदी की तैयारी शुरू हो गई है। दोनों धामों में कपाटबंदी की प्रक्रिया दीपोत्सव के साथ शुरू होगी। इस दौरान गंगोत्री स्थित मां गंगा के मंदिर को करीब 8 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। यमुनोत्री धाम में भी बीते बुधवार से ही दीपोत्सव शुरू कर दिया गया है।चारधामों के शीतकाल के लिए कपाटबंदी का क्रम गंगोत्री व यमुनोत्री धाम से शुरू होता है। आगामी दो नवंबर को अन्नकूट के पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव के बताए अनुसार कपाटबंदी की प्रक्रिया एक नवंबर को दीपोत्सव से शुरू होगी।गंगा मंदिर के साथ गंगा घाट को दीपों से सजाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा मंदिर को भी करीब 7 से 8 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कपाट बंदी की प्रक्रिया 2 नवंबर को सुबह चार बजे से शुरू होगी। इस दौरान विशेष आरती व पूजन कर मां भगवती गंगा के स्वर्ण विग्रह को उनकी डोली में विराजित किए जाने के साथ ही चांदी के अखंड दीपक में छह माह के लिए घी-तेल आदि डाला जाएगा। उन्होंने बताया कि 12:14 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।पुरोहित महासभा के अध्यक्ष के बताए अनुसार मां यमुना के मंदिर के साथ यमुना नदी तट पर दीपक जलाएं जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके खरशाली गांव स्थित मायके पर भैयादूज के पावन पर्व पर रात्रि को भजन कीर्तन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
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