सिद्धार्थ त्रिपाठी (हरिद्वार)। रूड़की में बैंक से रिटायर्ड महिला से साइबर ठगों ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला बताकर डिजिटल अरेस्ट किया और फिर उससे करीब 32 लाख रुपए ठग लिया।
महिला ने रुड़की पुलिस को बताया कि 14 दिसंबर 2024 को उनके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने कॉल किया था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड से मुंबई के एक माल से एक लाख 68 हजार रुपये की खरीदारी हुई है।
पीड़िता के आधार कार्ड से कैनरा बैंक मुंबई में एक खाता खोला गया है, जिसमें दो करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। उसके बाद पीड़िता को कहा गया कि उनकी बात वीडियो काल से मुंबई क्राइम ब्रांच से कराई जा रही है। इसके बाद महिला ने दूसरे व्यक्ति ने बात की।
दूसरे व्यक्ति ने कहा कि नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग केस में 247 ए.टी.एम. कार्ड और क्रेडिट कार्ड जब्त हुए हैं, जिसमें एक कार्ड आपका भी है। साइबर ठगों ने डराया कि आपके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट है। उसके बाद साइबर ठगों ने गिरफ्तारी का वारंट और कुछ दस्तावेज वाट्सएप पर भेजे। साइबर ठगों ने 14 से 18 दिसंबर तक पांच दिन तक कई लोगों से बात कराई, जो खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच, सी.बी.आइ., सी.बी.आइ. फाइनेंस और ई.डी. के अधिकारी बता रहे थे।
सभी ने पीड़िता को यहीं कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है जिससे पीड़िता डर गई थीं। इस दौरान साइबर ठगों ने खातों की जांच के बहाने महिला से 18 दिसंबर को अपने खातों में 32 लाख 31 हजार रुपये ट्रांसफर करा । इस मामले में भी साइबर सी.ओ. अंकुश मिश्रा ने पीड़िता की शिकायत के आधार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज मामले की जांच की जा रही है।